भारत की राजधानी के शहर में शांति बनाए रखने की उनकी अपील के बाद, गुरुदेव श्री श्री ने व्यक्तिगत रूप से नई दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
FARC और कोलम्बिया सरकार के साथ संवाद के दौरान गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने FARC कमांडर इवान मर्केज़ और कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान दुके से एक बार पुन: शांति स्थापित करने की अपील की।
वेनेज़ुएला में एक शांति प्रक्रिया के वार्ता के लिए आदरणीय श्री श्री के प्रयासों का स्वागत किया गया और राष्ट्रपति मादुरो, श्री जुआन गुएदो (राजनीतिक नेता और राष्ट्रीय असेंबली, वेनेजुएला के राष्ट्रपति) और विपक्षी नेताओं द्वारा इसकी सराहना की गई।
गुरुदेव श्री श्री ने 8 साल के अंतराल के बाद वेनेजुएला का दौरा किया। उन्होंने राष्ट्रपति मादुरो और उपराष्ट्रपति डेली रोड्रिग्ज के साथ शांति, संघर्ष समाधान और पर्यावरण पर अपने विचारों को साझा किया। उन्होंने देश में तनाव को हटाने और शांति लाने के लिए विपक्षी नेताओं के साथ बैठक करने की इच्छा व्यक्त की है।
जैसा कि एक सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए प्रयास जारी हैं, राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद अधिकार मुक़दमे के मामले में मुख्य मुस्लिम याचिकाकर्ता गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा प्रस्तावित और भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अनुशंसित अदालत के समझोते के समर्थन में आगे आए हैं। हाजी महबूब और मोहम्मद उमर ने एक बयान पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें अदालत से बाहर समझोते का आवाहन किया गया है।
आठ साल के सशस्त्र संघर्ष के बाद, संयुक्त पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के नेताओं महात्मा गांधी की १४९ वीं जयंती को चिह्नित करते हुए, १०,००० लोगों की मौजूदगी में बेंगलुरू स्थित आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर में ८ साल के सशस्र संघर्ष के बाद अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए लोकतंत्र और शांति का मार्ग चुनने की प्रतिज्ञा ली।
श्री श्री ने कश्मीर को दिया पैगाम-ए-मोहब्बत का संदेश : इस कार्यक्रम में मारे गए आतंकवादियों के परिवार, क्रॉस फायरिंग से प्रभावित परिवार और पूरे भारत से सेना के शहीदों के परिवार के साथ उपस्थित थे। २०० प्रभावित परिवारों के प्रतिनिधि, जो सुदूर कश्मीर से यात्रा कर बैंगलुरू इस कार्यक्रम हेतु पहुँचे थे उनमें ६० महिलाएँ भी थी।
सम्मलेन के पूरे दिन के विचार विमर्श गुवाहाटी घोषणापत्र पर हस्ताक्षर के साथ समाप्त हुए, जो कि आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रतिनिधियों एवं अन्य सम्मलेन सहभागियों, जैसे कि संयोजक मंडल, एवं पूर्वोत्तर राज्य के भाषायी, आदिवासी एवं विद्रोही समूहों के बीच था। सभी ने क्षेत्र के स्थानीय एवं संजातीय समूहों को साथ लाने के लिए, तथा पूर्वोत्तर में शांति, समृद्धि एवं ख़ुशी लाने के लक्ष्य के लिए संकल्प लिया।
फार्क (FARC) पूर्व गुरिल्ला नेता और एक पूर्व कमांडर, जो अब राजनीतिक नेता हैं, ने घोषित किया कि "श्री श्री से मुलाकात और आर्ट ऑफ़ लिविंग वास्तव में एक चमत्कार है। हम श्रीश्री से अहिंसा के गांधीवादी सिद्धांत का पालन करने के अपने वचन को निभा कर दिखाएंगे। हम शांति और सुलह के लिए श्री श्री रवि शंकर और आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा दिए गए सहयोग हेतु बहुत आभारी हैं।"
७१ वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर इम्फाल में मणिपुर के बहिष्कृत उग्रवादी समूहों के ६८ सदस्यों का घरवापसी समारोह, अशांत क्षेत्रों में शांति लाने के आर्ट ऑफ लिविंग के प्रयासों के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
"आई मेडीटेट अफ्रीका" के तहत अफ्रीका के लिए पूरे महाद्वीप में महीने भर स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, जेलों, कारखानों, चर्चों, कॉरपोरेटों में सामूहिक शांति ध्यान/प्रार्थना का आयोजन किया गया जिसका अंत गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा अफ्रीका दिवस पर निर्देशित शांति ध्यान से हुआ।
दक्षिण और मध्य अमेरिका में दुनिया के सबसे हिंसक क्षेत्रों में शांति स्थापित करने के उनके चल रहे प्रयासों के तहत गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने लैटिन अमेरिका के आठ देशों के 13 शहरों की यात्रा की।
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा किये गए पिछले सफल दौरों के बाद, फार्क (FARC) ने अहिंसा के मार्ग पर चलने का आश्वासन दिया है और इससे कोलंबिया में ऐतिहासिक शांति समझौते के प्रक्रिया को जोर मिला है, गुरुदेव कोलम्बियाई सरकार के निमंत्रण पर सुलह प्रक्रिया को आगे बढ़ाने हेतु कोलंबिया में वापस आ गए हैं।
आज, कोलंबिया में, राष्ट्रपति सैंटोस और फार्क (FARC) समूह के बीच शांति समझौते की पुष्टि करने के लिए किये गए जनमत संग्रह में, बहुत ही छोटे अंतर से हां-या-ना वोटों का विभाजन हुआ, जिसके पक्ष में ४९.८ प्रतिशत मतदान हुआ और कोलंबिया के ५०.२ प्रतिशत लोगों ने इसे खारिज कर दिया।