50 देशों के 150,000 से अधिक लोग महा शिवरात्रि समारोह में शामिल हुए | Over 150,000 people from 50 Countries join Maha Shivaratri Celebrations

संस्कृति और समारोह | Updated: | 1 min read


50 देशों के 150,000 से अधिक लोग महा शिवरात्रि  समारोह में शामिल हुए | Over 150,000 people from 50 Countries join Maha Shivaratri Celebrations  

शिवरात्रि के अवसर पर 50 देशों के 150,000 से अधिक लोगों ने साथ मिल कर वैदिक मंत्रों, झांझ-मंजीरे, ढोल और पारंपरिक संगीत की ध्वनियों के बीच ध्यान कर के आर्ट ऑफ लिविंग के सबसे पहले व रंगों से भरपूर जगमगाते अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की हवाओं में मानो जादू सा भर दिया।

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21 फरवरी, 2020
बैंगलुरु, भारत

शिवरात्रि के अवसर पर 50 देशों के 150,000 से अधिक लोगों ने साथ मिल कर वैदिक मंत्रों, झांझ-मंजीरे, ढोल और पारंपरिक संगीत की ध्वनियों के बीच ध्यान कर के आर्ट ऑफ लिविंग के सबसे पहले व रंगों से भरपूर जगमगाते अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की हवाओं में मानो जादू सा भर दिया।

समारोह की शुरुआत शाम को रुद्रम जप, ध्यान और संगीत से हुई। 22 फरवरी को सुबह 4 बजे समारोह का मुख्य कार्यक्रम रुद्र होम आरंभ हुआ।

इस अवसर पर गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ने त्योहार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमें तीन प्रकार की शांति की आवश्यकता होती है; भौतिक शांति अर्थात हमारे आस-पास के वातावरण में शांति, शरीर और मन में शांति तथा आत्मा में शांति। शिवरात्रि एक ऐसी पारलौकिक एवं दिव्य चेतना है जो तीनों स्तरों को शांत करती है।”

श्री श्री ने कहा कि “हजारों सालों से लोगों ने शिव तत्व का अनुभव किया है, उनकी पूजा की है। शिव शांत, अनंत और सुंदर हैं। शिव स्थिरता और नृत्य का एक संयोजन है”।

उन्होंने आगे कहा कि “शिवरात्रि ध्यान करने और अपनी चेतना के गहनतम पहलू को छूने के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। हालांकि यह भारत से जुड़ा है, परंतु यह सार्वभौमिक है और यही कारण है कि दुनिया भर से इतने सारे लोग इसे अनुभव करने के लिए यहां आते हैं। ”

भाषांतरित ट्वीट –

कौन हैं शिव? ज्ञानियों ने सदैव इस प्रश्न का उत्तर पुनः एक प्रश्न में दिया है कि – शिव कौन नहीं है? शिव भौतिक कारण और अस्तित्व में सभी कारणों के कारण, दोनों हैं।  # महाशिवरात्रि


भाषांतरित ट्वीट –

कल रात्रि # महाशिवरात्रि समारोह से झलकियाँ


भाषांतरित ट्वीट –

150,000 लोगों ने बैंगलुरु आश्रम में महाशिवरात्रि मनाई। भारत में 190 अन्य स्थानों पर भी समारोह आयोजित हुए।


शाम को सारेगामा मिनी कारवां का विमोचन भी किया गया जिसमें गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी के 400+ ज्ञान वार्ता, मंत्र, भजन और ध्यान सहित आर्ट ऑफ़ लिविंग कि अन्य सामग्री भी शामिल की गई है।

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