Elyments में विभिन्न सोशल मीडिया ऐप्स में पाए जाने वाले कॉन्टेक्ट, फ्रेंड एण्ड फॉलो की अवधारणा को एक एकल, एकीकृत ऐप में जोड़ा गया है। ऐप की विभिन्न विशेषताएं इसे ऐप इकोसिस्टम में सबसे आगे ला कर खड़ा कर देती हैं। वर्तमान में उपयोगकर्ता इसमें चैट एवं ऑडियो / वीडियो कॉल कर सकते हैं।
भारत में कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान एकरसता को तोड़ने के लिए, श्री श्री ने पुरुषों को सप्ताह की एक अनूठी रचनात्मक चुनौती दी। उनकी चुनौती थी कि सोमवार, 6 अप्रैल को पुरुष खाना बनाएं और महिलाएं "कुकिंग स्ट्राइक" पर रहेंगी।
शिवरात्रि के अवसर पर 50 देशों के 150,000 से अधिक लोगों ने साथ मिल कर वैदिक मंत्रों, झांझ-मंजीरे, ढोल और पारंपरिक संगीत की ध्वनियों के बीच ध्यान कर के आर्ट ऑफ लिविंग के सबसे पहले व रंगों से भरपूर जगमगाते अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की हवाओं में मानो जादू सा भर दिया।
यूएई (UAE) की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, वैश्विक मानवतावादी और शांति व विविधता की आवाज, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी का लेबनान में राजनेताओं, विद्वानों, नीति निर्माताओं और आम जनता ने दिल खोल कर स्वागत किया।
शेख हमद बिन मोहम्मद अल शर्की, सुप्रीम काउंसिल के सदस्य एवं फ़ुजैरा के शासक और शाही परिवार के सदस्यों, अमीरातों एवं भारतीय प्रवासियों जिनमें एम.ए. यूसुफ अली, बीआर शेट्टी, जवाहर गंगारमानी और अजय खिमजी भी शामिल हैं, ने अल रुमाइला के शाही महल में, गुरुदेव श्री श्री रविशंकर और आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रतिनिधिमंडल का बड़े ही गर्मजोशी से स्वागत किया। गुरुदेव फ़ुजैरा के शासक द्वारा विशेष निमंत्रण पर यूएई की चार दिन की यात्रा पर हैं।
गुरुदेव ने एम्स्टरडम में आयोजित एक सभा में कहा "यह सच है कि योग भारत की देन है ,परन्तु यह पूरे विश्व के लिए है। आज यूरोप में डिप्रेशन एक चिंताजनक समस्या है और योग इस स्तिथि से उभरने में अत्यंत सहायक है। चलिए - आने वाली पीडियों के खुशाल भविष्य एवं संसार को बेहतर बनाने की कामना करते है। "
60 देशों से पधारी महिलाएं जिनमें 250 प्रतिनिधियां, 100 ग्रामीण महिलाएं, 30 से अधिक कॉलेजों की 60 छात्राएं शामिल हैं, के साथ सम्मेलन में एक खुला चर्चा सत्र भी रखा गया था जिसमें नेतृत्व करने वाली या प्रभावशाली महिलाओं द्वारा झेली जाने वाली जटिल समस्याओं के विषय में एवं साथ ही उनकी प्रोफेशनल (पेशेवर) एवं व्यक्तिगत यात्रा में आध्यात्मिकता कैसे कारगर सिद्ध हो सकती है, विषय पर चर्चा की गई।
जापान की संसद से संकटग्रस्त मध्य पूर्व, इराक, जॉर्डन और पेरु के माचु पिचु तक, सीमा के पार लाखों लोगों ने, १५० देशों से विभिन्न संस्कृति और धर्म के लोगों ने आर्ट ऑफ लिविंग के साथ ३ रा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया। आर्ट ऑफ लिविंग के २५००० योग प्रशिक्षकों ने मार्गदर्शन में, पूरे विश्व के योग प्रेमियों ने भारत सरकार के कॉमन प्रोटोकॉल के साथ आसन, प्राणायाम और ध्यान करके इस अवसर को स्मरणीय बना दिया।
आर्ट ऑफ लिविंग के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में महाशिवरात्रि के अवसर पर 100 देशों के एक लाख से ज्यादा लोगों के एक साथ ध्यान करने और पवित्र मंत्रों के उच्चारण से उठने वाले स्पंदनों ने भक्ति संगीत और झाल-मजीरों तथा नगाड़ों की पवित्र ध्वनियों के साथ मिल कर वातावरण को दिव्य, सजीव और आलोकित कर दिया।
जल्लिकट्टू उत्सव के लिए दोनों बैल और लोगों को अच्छी तरह से तैयार किया जाता है। जो लोग इन बैलों को पालते हैं उनके लिए वह पशु पवित्र है। बैल को परिवार का एक हिस्सा माना जाता है और पूजा की जाती है। इस उत्सव में न तो पशुओं के साथ कोई क्रूरता होती है और न ही लोगों को चोट पहुंचाना उसका ध्येय है।
आज विश्व सांस्कृतिक महोत्सव और विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक और आध्यात्मिक एकीकरण के अवसर पर १२ लाख से अधिक लोगों ने एक स्वर में "वंदे मातरम" का गान किया। विश्व सांस्कृतिक महोत्सव मानवता की आत्मा, समूह में काम करने की भावना तथा विश्व की विभिन्न विविध संस्कृति के नागरिकों को एक सूत्र में बांधने हेतु संगीत व संस्कृति का गीत था। जिसमें ‘संपूर्ण विश्व एक परिवार’- ‘वसुदैव कुटुंबकम’ का सूत्र समस्त विश्व के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर सबको सम्बोधित करते हुए , गुरुदेव ने कहा, “हमने भारत में हमेशा विश्व को एक परिवार के रूप में होने का सपना देखा है। आज वह सपना साकार होता दिख रहा है - "वसुधैव कुटुम्बकम" - हम सब एक हैं। अर्जेंटीना, मंगोलिया, नेपाल आदि देशों से दूर-दूर से लोग आए हैं और मैं यहां आप सभी का स्वागत करता हूं, और मैं कहूंगा कि आप सभी अपने घर आए हैं। यह आप सभी के लिए एक आध्यात्मिक घर है। ”