व्यक्ति को सशक्त बनाकर समाज में एक स्थायी बदलाव लाने हेतु गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी के प्रयासों की मान्यता देते हुए, भू-स्थानिक विश्व मंच (जीओस्पेटियल वर्ल्ड फोरम) द्वारा " जीओस्पेटियल वर्ल्ड अवॉर्ड फॉर सोसाइटील इम्पैक्ट" से उन्हें सम्मानित किया गया।
हाल ही में, शोधकर्ताओं ने येल विश्वविद्यालय और बेथ इज़राइल डेकोनेस मेडिकल सेंटर (BIDMC) में स्वतंत्र रूप से शोध निष्कर्ष प्रकाशित किए, जिसमें तनाव प्रबंधन उपकरण के रूप में श्री श्री रविशंकर के सुदर्शन क्रिया योग (SKY) तकनीक की प्रभावकारिता का उल्लेख किया गया है।
Elyments में विभिन्न सोशल मीडिया ऐप्स में पाए जाने वाले कॉन्टेक्ट, फ्रेंड एण्ड फॉलो की अवधारणा को एक एकल, एकीकृत ऐप में जोड़ा गया है। ऐप की विभिन्न विशेषताएं इसे ऐप इकोसिस्टम में सबसे आगे ला कर खड़ा कर देती हैं। वर्तमान में उपयोगकर्ता इसमें चैट एवं ऑडियो / वीडियो कॉल कर सकते हैं।
भारत के प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारत में 800 मिलियन (80 करोड़) लोगों के लिए मुफ्त राशन योजना को नवंबर तक बढ़ाने की घोषणा की। सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों के समाधान के रूप में अप्रैल 2020 में दिहाड़ी मजदूरों के लिए यह योजना आरंभ की थी।
श्री श्री रवि शंकर जी ने पर्यावरणविदों के समूह को नीतिगत व्यापार के वैश्विक मंच पर (World Forum for Ethics in Business) सम्बोधित किया , एक संस्था जो १४ वर्षों से नीतिगत व्यापार, सुशासन और साझा मूल्यों को विश्वभर में प्रदर्शित करने में अगुआई कर रही है।
आर्ट ऑफ लिविंग प्रणेता व विश्व आध्यात्मिक गुरु, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी के आशिर्वाद एवं मार्गदर्शन से डॉक्टरों एवं मेडिकल प्रोफेशनलों के लिए ऑनलाइन मेडिटेशन एण्ड ब्रेथ वर्कशॉप की शुरुआत की।
श्री श्री ने वर्ल्ड फोरम फॉर एथिक्स इन बिजनेस द्वारा शुरू किए गए एक थिंक टैंक “वर्तमान में एवं करोना के पश्चात, सबकी भलाई, नैतिकता एवं व्यापार के लिए एक नए संसार को आकार देना (शेपिंग ए न्यू वर्ल्ड टूगेदर) नामक संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह में संबोधन दिया।
भारत में कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान एकरसता को तोड़ने के लिए, श्री श्री ने पुरुषों को सप्ताह की एक अनूठी रचनात्मक चुनौती दी। उनकी चुनौती थी कि सोमवार, 6 अप्रैल को पुरुष खाना बनाएं और महिलाएं "कुकिंग स्ट्राइक" पर रहेंगी।
आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों ने भारत के कई शहरों में कोरोना वायरस लॉकडाउन से प्रभावित दिहाड़ी मजदूरों को खाद्य सामग्री वितरित की। आय ए एच व्ही (IAHV) और आर्ट ऑफ लिविंग फ़ाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से मिल कर आरंभ #iStandWithHumanity नामक इस पहल की फ़िल्म और टेलीविज़न क्षेत्र में कार्यरत लोगों ने भी पूरे दिल से समर्थन किया है।
विश्व में व्याप्त कोरोना वायरस की इस दुष्कर परिस्थिति में, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने सभी लोगों को शांति बनाये रखने को कहा और जीवन शैली में साधारण बदलाव बताये जिनको अपनाने से इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
भारत की राजधानी के शहर में शांति बनाए रखने की उनकी अपील के बाद, गुरुदेव श्री श्री ने व्यक्तिगत रूप से नई दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
शिवरात्रि के अवसर पर 50 देशों के 150,000 से अधिक लोगों ने साथ मिल कर वैदिक मंत्रों, झांझ-मंजीरे, ढोल और पारंपरिक संगीत की ध्वनियों के बीच ध्यान कर के आर्ट ऑफ लिविंग के सबसे पहले व रंगों से भरपूर जगमगाते अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की हवाओं में मानो जादू सा भर दिया।
४०० महिला नेताओं के साथ द आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर के सुरम्य विशालाक्षी मंडप में प्रभावशाली और मनोहर तरीके से, सशक्त महिलाओं की जुनून से परिपूर्ण सामाजिक बदलाव के व्यख्यान के साथ सम्मेलन आरम्भ हुआ।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी ने " प्रमोटिंग डिजिटल चाइल्ड डिग्निटी- फ्रॉम कांसेप्ट टू एक्शन (डिजिटल बाल सम्मान को बढ़ावा - विचार से क्रियान्वन तक)" पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन को सम्बोधित किया।
जैसे मैं अपने शरीर की देखभाल करता हूँ उसी प्रकार मुझे अपने पर्यावरण की देखभाल भी करनी होगी। जब हम रोजमर्रा के तनावों से स्वयं को मुक्त कर लेते हैं तब पर्यावरण के प्रति ध्यान स्वाभाविक हो जाता है।”
ब्रुसेल्स के यूरोपीय संसद में अपने संबोधन के दौरान गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने 'ध्यान से मध्यस्थता तक' नामक कार्यक्रम में शांति पर आधारित अपने ध्यान प्रयोगों एवं अहिंसा पर आधारित अपने दृष्टिकोण के विषय में विचार साझा किया।
FARC और कोलम्बिया सरकार के साथ संवाद के दौरान गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने FARC कमांडर इवान मर्केज़ और कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान दुके से एक बार पुन: शांति स्थापित करने की अपील की।
वेनेज़ुएला में एक शांति प्रक्रिया के वार्ता के लिए आदरणीय श्री श्री के प्रयासों का स्वागत किया गया और राष्ट्रपति मादुरो, श्री जुआन गुएदो (राजनीतिक नेता और राष्ट्रीय असेंबली, वेनेजुएला के राष्ट्रपति) और विपक्षी नेताओं द्वारा इसकी सराहना की गई।
गुरुदेव श्री श्री ने 8 साल के अंतराल के बाद वेनेजुएला का दौरा किया। उन्होंने राष्ट्रपति मादुरो और उपराष्ट्रपति डेली रोड्रिग्ज के साथ शांति, संघर्ष समाधान और पर्यावरण पर अपने विचारों को साझा किया। उन्होंने देश में तनाव को हटाने और शांति लाने के लिए विपक्षी नेताओं के साथ बैठक करने की इच्छा व्यक्त की है।
श्री श्री ने मॉस्को में "अनंत का अनावरण" कार्यक्रम का नेतृत्व किया और उसके बाद एकातेरिनबर्ग में गणमान्य लोगों के साथ कई बातचीत की। उनकी यह यात्रा एक शाम रूस के आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षकों और स्वयंसेवकों के साथ धूमधाम के साथ संपन्न हुई।
"वह शिक्षा ही है जो इस दुनिया के हर कोने में एक खुशहाल समाज के लिए जरूरी है, चाहे वह प्रौद्योगिकी, कला या विज्ञान या मानविकी हो. यह विश्वविद्यालय हैं जो हमें एक सार्वभौमिक दृष्टि प्रदान करते हैं, जीवन के प्रति दृष्टिकोण, एक व्यक्ति के जीवन का संचालन कैसे किया जाना चाहिए,इत्यादि। "
वैश्विक मानवतावादी एवम् आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर जी को एक अंतरराष्ट्रीय समारोह " ए क्लीन एयर गेम्स - ए यूनीक सेकंड डे " के अवसर पर मुख्य संबोधन देने के लिए आमंत्रित किया गया, जो पर्यावरण प्रभाव और खेलों में स्थायित्व को एक साथ लेकर आता है। इस समारोह का आयोजन नोबेल शांति केंद्र ,ओस्लो में विश्व पर्यावरण दिवस निकट आने के अवसर पर आयोजन किया गया।
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर को कोट्टयम (केरल, भारत) के प्राचीन 462 वर्ष पुराने सेंट जॉर्ज ऑर्थोडॉक्स चर्च के सर्वोत्तम पुरस्कार, "ऑर्डर ऑफ सेंट जॉर्ज" से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें चर्च के स्मरणीय भोज में दिया गया।
देसी बीज महोत्सव (मूल-बीज सम्मेलन) का हिस्सा बनने के लिए आर्ट ऑफ़ लिविंग के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में 8 भारतीय राज्यों के दो हजार से अधिक किसान एक कॉमन प्लेटफार्म पर मिल कर एक-दूसरे से परस्पर मुलाकात कर आपस में ज्ञान का आदान-प्रदान किए, इसके अलावा उन्होंने देसी बीज़ की किस्मों के बारे में जाना तथा हाइब्रिड बीज बनाने वाली कंपनियों के वर्चस्व को समाप्त करने के लिए इन्हें उगा कर कैसे लाभ कमाया जा सकता है, भी सीखा।
नशा (ड्रग) मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ में 60,000 विद्यार्थियों ने स्वयं उपस्थित हो कर एवं 12000 कॉलेजों के लगभग 1 करोड़ विद्यार्थियों ने वेबकास्ट के माध्यम से भाग लिया।
आर्ट आफ लिविंग ‘एक एनजीओ द्वारा सघन नदी पुनत्र्थान का कार्य‘ के माध्यम से लिम्का बुक आफ रिकाॅर्ड 2019 में दर्ज हुआ, जिसमें देश में जल संकट से गुजरते हुये क्षेत्र की 40 नदियां और उनके उपधाराओं के पुनत्र्थान कर के भूमिगत जलस्तर को उठाया और 5000 गांवों के लगभग 49.9 लाख लोगों को लाभान्वित किया।
यूएई (UAE) की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, वैश्विक मानवतावादी और शांति व विविधता की आवाज, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी का लेबनान में राजनेताओं, विद्वानों, नीति निर्माताओं और आम जनता ने दिल खोल कर स्वागत किया।
शेख हमद बिन मोहम्मद अल शर्की, सुप्रीम काउंसिल के सदस्य एवं फ़ुजैरा के शासक और शाही परिवार के सदस्यों, अमीरातों एवं भारतीय प्रवासियों जिनमें एम.ए. यूसुफ अली, बीआर शेट्टी, जवाहर गंगारमानी और अजय खिमजी भी शामिल हैं, ने अल रुमाइला के शाही महल में, गुरुदेव श्री श्री रविशंकर और आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रतिनिधिमंडल का बड़े ही गर्मजोशी से स्वागत किया। गुरुदेव फ़ुजैरा के शासक द्वारा विशेष निमंत्रण पर यूएई की चार दिन की यात्रा पर हैं।
सीबीआई के १५० से अधिक कर्मचारियों ने आर्ट ऑफ़ लिविंग के कार्यक्रम में भाग लिया। ब्यूरो (सीबीआई) ने अपने कर्मचारियों में निश्चयात्मकता को बढ़ाने, सहक्रियता में सुधार और प्रेरणा की भावना लाने के लिए प्रोग्राम का आयोजन किया।
जैसा कि एक सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए प्रयास जारी हैं, राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद अधिकार मुक़दमे के मामले में मुख्य मुस्लिम याचिकाकर्ता गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा प्रस्तावित और भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अनुशंसित अदालत के समझोते के समर्थन में आगे आए हैं। हाजी महबूब और मोहम्मद उमर ने एक बयान पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें अदालत से बाहर समझोते का आवाहन किया गया है।
आठ साल के सशस्त्र संघर्ष के बाद, संयुक्त पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के नेताओं महात्मा गांधी की १४९ वीं जयंती को चिह्नित करते हुए, १०,००० लोगों की मौजूदगी में बेंगलुरू स्थित आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर में ८ साल के सशस्र संघर्ष के बाद अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए लोकतंत्र और शांति का मार्ग चुनने की प्रतिज्ञा ली।
विश्व के मानवतावादी गुरु एवं आर्ट आफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रवि शंकर जी अपनी राजस्थान यात्रा के दौरान मानसिक स्वास्थ्य के उभरते संकट, विद्यार्थियो में पढ़ाई के दबाव के कारण कुंठित होता विकास, तनाव से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान का अभाव और इन सबसे निकलने के लिए व्यावहारिक रास्ते बताए। वे ५०००० विद्यार्थियों से चर्चा कर रहे थे। उन्हौने विद्यार्थियो को सशक्त ध्यान भी करवाया। केरियर संबंधी सुझाव, रिश्ते तथा मन और ध्यान पर बहुत सारी बातें की।
प्रधानमंत्री मोदी जी के "स्वच्छता ही सेवा" अभियान को श्री श्री रविशंकर जी ने बैंगलुरू स्थित आर्ट ऑफ़ लिविंग के अंतर्राष्ट्रीय आश्रम में लांच किया।बड़ी संख्या में @ArtofLiving आर्ट ऑफ लिविंग स्वयंसेवकों ने देशभर में # SHS2018 सफाई अभियान चलाकर स्वछता ही सेवा अभियान की शुरवात की। #SwachhataHiSeva
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग ने केरल में चुनिंदा आदिवासी बस्तियों तथा एक नगरीय क्षेत्र, जोकि कुछ समय पहले की बाढ़ से उजड़ गए हैं, के पुनर्वसन व दीर्घकालिक विकास में सहायता का हाथ बढ़ाने की घोषणा की है।
आर्ट ऑफ लिविंग ने राहत सामग्री से भरे ६० ट्रक जिसमें ५०० टन ज़रूरत का सामान भेजा है। यह सब सामान जिसमें कपड़े, पानी, सैनिटरी नैपकिन, मूल भोजन, दवाइयाँ, अन्य ज़रूरत और श्री श्री तत्व (Sri Sri Tattva) द्वारा दी गई प्रसाधन सामग्री आर्ट ऑफ़ लिविंग के अंतराष्ट्रीय केंद्र बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, नागपुर, कोलकत्ता और अन्य स्थानों से एकत्रित की गई।
गुरुदेव ने एम्स्टरडम में आयोजित एक सभा में कहा "यह सच है कि योग भारत की देन है ,परन्तु यह पूरे विश्व के लिए है। आज यूरोप में डिप्रेशन एक चिंताजनक समस्या है और योग इस स्तिथि से उभरने में अत्यंत सहायक है। चलिए - आने वाली पीडियों के खुशाल भविष्य एवं संसार को बेहतर बनाने की कामना करते है। "
आंकलन के अनुसार, हम प्रति वर्ष ५००,०००,०००,००० (५०,००० करोड़) प्लास्टिक के थैले उपयोग करते हैं, तथा प्रति मिनट १० लाख प्लास्टिक की बोतलें बिकती हैं। एक और आंकलन के अनुसार, मात्र पिछले वर्ष में, ५१ लाख करोड़ माइक्रो प्लास्टिक के कणों ने, हमारे महासागरों को प्रदूषित किया है। यह हमारे तारामंडल के तारों की संख्या से भी ५०० गुना अधिक है।
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी को सोमवार को सहिष्णुता (टॉलरेंस) संग्रहालय में आयोजित एक समारोह में प्रतिष्ठित साइमन वेसेन्थल सेंटर के अंतर्राष्ट्रीय नेतृत्व पुरस्कार से नवाजा गया।
महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में 35 से अधिक नदियों और सहायक नदियों के लिए पुनर्जीवन परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन के बाद, कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायती राज (आरडीपीआर) विभाग के साथ आर्ट ऑफ़ लिविंग ने कोडागु में कावेरी नदी पुनर्जीवन परियोजना शुरू की। इस परियोजना के प्रथम चरण में 10 ग्राम पंचायत के 1.5 लाख लोगों को लाभ होने की उम्मीद है।
60 देशों से पधारी महिलाएं जिनमें 250 प्रतिनिधियां, 100 ग्रामीण महिलाएं, 30 से अधिक कॉलेजों की 60 छात्राएं शामिल हैं, के साथ सम्मेलन में एक खुला चर्चा सत्र भी रखा गया था जिसमें नेतृत्व करने वाली या प्रभावशाली महिलाओं द्वारा झेली जाने वाली जटिल समस्याओं के विषय में एवं साथ ही उनकी प्रोफेशनल (पेशेवर) एवं व्यक्तिगत यात्रा में आध्यात्मिकता कैसे कारगर सिद्ध हो सकती है, विषय पर चर्चा की गई।
सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के प्रमुख सदस्य, आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और अन्य लोगों ने गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी से मुलाकात की और अयोध्या मामले में अदालत से बाहर निपटारे के लिए समर्थन व्यक्त किया।
श्री श्री ने कर्नाटक के उत्तरी जिलों के अपने दौरे के दौरान किसानों, प्रोफेसरों, छात्रों और अभिभावकों के साथ बातचीत की। उन्होंने कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में वेदावती नदी पुनर्जीवन स्थल का भी दौरा किया।
हम अपने बयान पर कायम हैं कि आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था ने कोई भी हानि नहीं पहुंचाई है। माननीय न्यायाधीश का निर्णय मिथ्या और असमर्थनीय है। हमारे निवेदन, प्रस्तुति को कतई भी विचार में नहीं लाया गया है।
श्री श्री ने कश्मीर को दिया पैगाम-ए-मोहब्बत का संदेश : इस कार्यक्रम में मारे गए आतंकवादियों के परिवार, क्रॉस फायरिंग से प्रभावित परिवार और पूरे भारत से सेना के शहीदों के परिवार के साथ उपस्थित थे। २०० प्रभावित परिवारों के प्रतिनिधि, जो सुदूर कश्मीर से यात्रा कर बैंगलुरू इस कार्यक्रम हेतु पहुँचे थे उनमें ६० महिलाएँ भी थी।
सम्मलेन के पूरे दिन के विचार विमर्श गुवाहाटी घोषणापत्र पर हस्ताक्षर के साथ समाप्त हुए, जो कि आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रतिनिधियों एवं अन्य सम्मलेन सहभागियों, जैसे कि संयोजक मंडल, एवं पूर्वोत्तर राज्य के भाषायी, आदिवासी एवं विद्रोही समूहों के बीच था। सभी ने क्षेत्र के स्थानीय एवं संजातीय समूहों को साथ लाने के लिए, तथा पूर्वोत्तर में शांति, समृद्धि एवं ख़ुशी लाने के लक्ष्य के लिए संकल्प लिया।
फार्क (FARC) पूर्व गुरिल्ला नेता और एक पूर्व कमांडर, जो अब राजनीतिक नेता हैं, ने घोषित किया कि "श्री श्री से मुलाकात और आर्ट ऑफ़ लिविंग वास्तव में एक चमत्कार है। हम श्रीश्री से अहिंसा के गांधीवादी सिद्धांत का पालन करने के अपने वचन को निभा कर दिखाएंगे। हम शांति और सुलह के लिए श्री श्री रवि शंकर और आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा दिए गए सहयोग हेतु बहुत आभारी हैं।"
७१ वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर इम्फाल में मणिपुर के बहिष्कृत उग्रवादी समूहों के ६८ सदस्यों का घरवापसी समारोह, अशांत क्षेत्रों में शांति लाने के आर्ट ऑफ लिविंग के प्रयासों के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी ने १००० से अधिक इस्रो (ISRO) के वैज्ञानिकों को स्पेस एप्लीकेशन सेण्टर (Space Applications Centre) के व्याख्यान के दौरान अहमदाबाद में सम्बोधित किया।
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने बुधवार को चिकमंगलूर और उसके आसपास के स्थलों का दौरा किया। उन्होंने उन किसानों और गाँव के लोगों से मुलाकात कर उनकी खुशियों को साझा किया, जो 2013 से शुरू हुई इस परियोजना से लाभान्वित हो चुके हैं।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस) के इस युग में एक मानवीय गुणों को सुनिश्चित करने के लिए म्यूनिख के जर्मन पेटेंट का कार्यालय में सोमवार को "वर्ल्ड फोरम फॉर एथिक्स इन इनोवेशन" का उद्घाटन किया गया।
जापान की संसद से संकटग्रस्त मध्य पूर्व, इराक, जॉर्डन और पेरु के माचु पिचु तक, सीमा के पार लाखों लोगों ने, १५० देशों से विभिन्न संस्कृति और धर्म के लोगों ने आर्ट ऑफ लिविंग के साथ ३ रा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया। आर्ट ऑफ लिविंग के २५००० योग प्रशिक्षकों ने मार्गदर्शन में, पूरे विश्व के योग प्रेमियों ने भारत सरकार के कॉमन प्रोटोकॉल के साथ आसन, प्राणायाम और ध्यान करके इस अवसर को स्मरणीय बना दिया।
विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट सिर्फ एक सेटेलाईट इमेज जो कि ५ सितम्बर २०१५ जब मानसून का मौसम रहता है, के आधार पर यह दिखाता है कि कार्यक्रम की जगह पानी के लिए थी। यह वास्तव में वास्तविक तथ्यों के साथ छेडछाड है।
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने १२०० व्यवसायी (प्रोफेशनल्स) और छात्रों से व्हाईट फील्ड (Whitefield) बेंगलुरु में आनंद की लहर कार्यक्रम (हैपीनेस प्रोग्राम - Happiness Program) के दौरान वार्तालाप किया।
क्रांतिकारी तकनीक के साथ, गरीबों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के टेलीमेडिसिन यूनिट "क्षेम" का प्रमोचन गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा किया गया।
"आई मेडीटेट अफ्रीका" के तहत अफ्रीका के लिए पूरे महाद्वीप में महीने भर स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, जेलों, कारखानों, चर्चों, कॉरपोरेटों में सामूहिक शांति ध्यान/प्रार्थना का आयोजन किया गया जिसका अंत गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा अफ्रीका दिवस पर निर्देशित शांति ध्यान से हुआ।
आज, आर्ट ऑफ लिविंग अथवा गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी को कोई भी अवमानना नोटिस NGT द्वारा नहीं जारी किया गया| इसके विपरीत मीडिया रिपोर्टें पूर्णतः गलत, आधारहीन और तथ्यात्मक रूप से दोषपूर्ण हैं। मामला 9 मई 2017 तक स्थगित कर दिया गया है।
यह रिपोर्ट पूरी तरह से त्रुटिपूर्ण, अवैज्ञानिक और पक्षपातपूर्ण है। हमने एनजीटी के समक्ष महत्वपूर्ण सामग्री को रिकॉर्ड पर रखा है जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि समिति पक्षपातपूर्ण है। इस संबंध में हमारा आवेदन अभी तक सुना भी नहीं गया है। हमें इस समिति पर भरोसा नहीं है। इसने अपने पक्षपातपूर्ण आचरण से खुद को अयोग्य घोषित कर दिया है।
योग से संबंधित एक और बड़ी घटना उस समय घटित हुई जब वैश्विक राजनीतिक क्षेत्र अर्थात जापान के संसद में पहली बार योग को शामिल किया गया। राजनीतिक गठजोड़ करने वाले कानून निर्माता अब योग को बढ़ावा देने वाले एक ऐसे संसदीय दल का भाग बनेंगे जिसका उद्घाटन आज गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने किया।
आर्ट ऑफ लिविंग के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में महाशिवरात्रि के अवसर पर 100 देशों के एक लाख से ज्यादा लोगों के एक साथ ध्यान करने और पवित्र मंत्रों के उच्चारण से उठने वाले स्पंदनों ने भक्ति संगीत और झाल-मजीरों तथा नगाड़ों की पवित्र ध्वनियों के साथ मिल कर वातावरण को दिव्य, सजीव और आलोकित कर दिया।
जल्लिकट्टू उत्सव के लिए दोनों बैल और लोगों को अच्छी तरह से तैयार किया जाता है। जो लोग इन बैलों को पालते हैं उनके लिए वह पशु पवित्र है। बैल को परिवार का एक हिस्सा माना जाता है और पूजा की जाती है। इस उत्सव में न तो पशुओं के साथ कोई क्रूरता होती है और न ही लोगों को चोट पहुंचाना उसका ध्येय है।
दक्षिण और मध्य अमेरिका में दुनिया के सबसे हिंसक क्षेत्रों में शांति स्थापित करने के उनके चल रहे प्रयासों के तहत गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने लैटिन अमेरिका के आठ देशों के 13 शहरों की यात्रा की।
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी, २९ नवंबर से १९ दिसम्बर तक, एक २० दिवसीय शांति अभियान पर दक्षिण और मध्य अमरीका में हैं। गुरुदेव श्री श्री ने अपनी इस यात्रा पर कहा, "शांति का महत्व कलह के समय में ही है। शांति के समय में तो हर कोई शांतिपूर्वक रह सकता है।"
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा किये गए पिछले सफल दौरों के बाद, फार्क (FARC) ने अहिंसा के मार्ग पर चलने का आश्वासन दिया है और इससे कोलंबिया में ऐतिहासिक शांति समझौते के प्रक्रिया को जोर मिला है, गुरुदेव कोलम्बियाई सरकार के निमंत्रण पर सुलह प्रक्रिया को आगे बढ़ाने हेतु कोलंबिया में वापस आ गए हैं।
“मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि घबराएं नहीं। उच्च मूल्य की मुद्रा का विमुद्रीकरण देश के लिए अच्छा है। यह भ्रष्टाचार, काले धन और आतंकवाद पर अंकुश लगाएगा।"
भारतीय आध्यात्मिक प्रणेता गुरुदेव श्री श्री रवि शंकरजी , जिनके विश्व शान्ति के पैगाम संघर्षशील राष्ट्रों के लिए इनायत बरसा रहे हैं; पेरिस में फ़्रांसीसी संसद के सदस्यों को संबोधित करेंगे। ज्ञातव्य है कि पेरिस गत वर्ष कायरता एवं बर्बरतापूर्ण आतंकी हमलों का शिकार रहा।
आज, कोलंबिया में, राष्ट्रपति सैंटोस और फार्क (FARC) समूह के बीच शांति समझौते की पुष्टि करने के लिए किये गए जनमत संग्रह में, बहुत ही छोटे अंतर से हां-या-ना वोटों का विभाजन हुआ, जिसके पक्ष में ४९.८ प्रतिशत मतदान हुआ और कोलंबिया के ५०.२ प्रतिशत लोगों ने इसे खारिज कर दिया।
हाल ही में एनजीटी को समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में कोई विश्लेषण नहीं है, कोई गहन जाँच नहीं है, निष्कर्षों का समर्थन करने के लिए किसी भी वैज्ञानिक परीक्षण की कोई रिपोर्ट नहीं है। रिपोर्ट में दिए गए निष्कर्ष बिना किसी वैज्ञानिक आधार के सिर्फ़ विशेषज्ञ समिति की राय हैं। रिपोर्ट डब्ल्यूसीएफ जमीन की वास्तविक स्थिति को नहीं दर्शाती है। बिना किसी वैज्ञानिक अध्ययन या विश्वसनीयता के ऐसी किसी भी रिपोर्ट पर कार्यवाही कैसे की जा सकती है।
Sri Sri Ravi Shankar addressed Members of Parliament and Members of the House of Lords to speak on ‘Creating Social Cohesion for A Stress Free Violence Free Britain’ in the Speaker’s Chambers
आज विश्व सांस्कृतिक महोत्सव और विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक और आध्यात्मिक एकीकरण के अवसर पर १२ लाख से अधिक लोगों ने एक स्वर में "वंदे मातरम" का गान किया। विश्व सांस्कृतिक महोत्सव मानवता की आत्मा, समूह में काम करने की भावना तथा विश्व की विभिन्न विविध संस्कृति के नागरिकों को एक सूत्र में बांधने हेतु संगीत व संस्कृति का गीत था। जिसमें ‘संपूर्ण विश्व एक परिवार’- ‘वसुदैव कुटुंबकम’ का सूत्र समस्त विश्व के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
विश्व सांस्कृतिक महोत्सव का दूसरा दिन इस आशा के साथ मनाया गया कि मत और विश्वासों में भेद के बावजूद दुनिया एक साथ आ कर शांति के लिए कार्य कर सकती है। भारत के धर्मनिरपेक्ष और एकजुट प्रकृति का साक्षी बना विश्व सांस्कृतिक महोत्सव, सद्भाव के संदेश को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न मतावलम्बियों एवं आध्यात्मिक गुरुओं के एक साथ आ कर मंच साझा करने का भी साक्षी बना।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर सबको सम्बोधित करते हुए , गुरुदेव ने कहा, “हमने भारत में हमेशा विश्व को एक परिवार के रूप में होने का सपना देखा है। आज वह सपना साकार होता दिख रहा है - "वसुधैव कुटुम्बकम" - हम सब एक हैं। अर्जेंटीना, मंगोलिया, नेपाल आदि देशों से दूर-दूर से लोग आए हैं और मैं यहां आप सभी का स्वागत करता हूं, और मैं कहूंगा कि आप सभी अपने घर आए हैं। यह आप सभी के लिए एक आध्यात्मिक घर है। ”
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एक असाधारण राष्ट्रपति थे। वे गाढ रूप से आध्यात्मिक थे, युवा लोगों से जुड़े हुए थे, और उन्होंने सभी धर्मों के लोगों को एकजुट करने की दिशा में अथक प्रयास किया। उनमें विज्ञान, कला और अध्यात्म का एक अनूठा मेल था।
प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता और आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने कुर्दिस्तान के एरबिल जो कि इराक का बेहद हिंसा प्रभावित क्षेत्र है, में गुरुवार को एक शांति सम्मेलन को संबोधित करते हुए मध्य पूर्व के संघर्ष क्षेत्र में शांति का आह्वान किया। सह-अस्तित्व, करुणा और शांति के लिए प्रतिबद्धता की बात करते हुए श्री श्री ने कहा, “सामान्यत: जहां शांति है वहीं शांति सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं। पर मैं संघर्ष के बीच ये सम्मेलन करना चाहता था।”