चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का मैदान सोमवार की हल्की बारिश से भीगी सुबह में “ना करूंगा ना करने दूंगा” (Will Not (Do Drugs) And Will Not Let Anyone Do It) के उद्घोष से गूंज उठा, जहां 25000 छात्र; नशा मुक्त भारत अभियान के शुरुआत का हिस्सा बने। यह अभियान नशामुक्ति की दिशा में आर्ट ऑफ लिविंग के अनेक उपक्रमों में से एक है।
आर्ट आफ लिविंग ‘एक एनजीओ द्वारा सघन नदी पुनत्र्थान का कार्य‘ के माध्यम से लिम्का बुक आफ रिकाॅर्ड 2019 में दर्ज हुआ, जिसमें देश में जल संकट से गुजरते हुये क्षेत्र की 40 नदियां और उनके उपधाराओं के पुनत्र्थान कर के भूमिगत जलस्तर को उठाया और 5000 गांवों के लगभग 49.9 लाख लोगों को लाभान्वित किया।
“वे वर्तमान में कर्नाटक के आध्यात्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्रांति के अग्रदूत भी थे। उनकी आत्मा आने वाली पीढि़यों को मानवता का पाठ पढ़ाती रहेगी”
“मैं सभी से शांतता बनाये रखने और किसी भी प्रकार के हिंसा से निग्रह करने का आवाहन करता हूं। “
यूएई (UAE) की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, वैश्विक मानवतावादी और शांति व विविधता की आवाज, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी का लेबनान में राजनेताओं, विद्वानों, नीति निर्माताओं और आम जनता ने दिल खोल कर स्वागत किया।