गुरुदेव ने एम्स्टरडम में आयोजित एक सभा में कहा “यह सच है कि योग भारत की देन है ,परन्तु यह पूरे विश्व के लिए है। आज यूरोप में डिप्रेशन एक चिंताजनक समस्या है और योग इस स्तिथि से उभरने में अत्यंत सहायक है। चलिए – आने वाली पीडियों के खुशाल भविष्य एवं संसार को बेहतर बनाने की कामना करते है। “
महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में 35 से अधिक नदियों और सहायक नदियों के लिए पुनर्जीवन परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन के बाद, कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायती राज (आरडीपीआर) विभाग के साथ आर्ट ऑफ़ लिविंग ने कोडागु में कावेरी नदी पुनर्जीवन परियोजना शुरू की। इस परियोजना के प्रथम चरण में 10 ग्राम पंचायत के 1.5 लाख लोगों को लाभ होने की उम्मीद है।
60 देशों से पधारी महिलाएं जिनमें 250 प्रतिनिधियां, 100 ग्रामीण महिलाएं, 30 से अधिक कॉलेजों की 60 छात्राएं शामिल हैं, के साथ सम्मेलन में एक खुला चर्चा सत्र भी रखा गया था जिसमें नेतृत्व करने वाली या प्रभावशाली महिलाओं द्वारा झेली जाने वाली जटिल समस्याओं के विषय में एवं साथ ही उनकी प्रोफेशनल (पेशेवर) एवं व्यक्तिगत यात्रा में आध्यात्मिकता कैसे कारगर सिद्ध हो सकती है, विषय पर चर्चा की गई।
६ महाद्वीप एवं ७५ देशों से लगभग एक लाख लोग गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी के साथ महाशिवरात्रि समारोह में शामिल हुए।
फ़रवरी १८, २०१८, भारत – महाशिवरात्रि
श्री श्री ने कर्नाटक के उत्तरी जिलों के अपने दौरे के दौरान किसानों, प्रोफेसरों, छात्रों और अभिभावकों के साथ बातचीत की। उन्होंने कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में वेदावती नदी पुनर्जीवन स्थल का भी दौरा किया।